जब एक छिपकली कर सकती है तो हम इंसान क्यों नहीं ?????

PRATHM NEWS से रविंद्र किट्टी पंकज की रिपोर्ट

जापान में  घटित एक सच्ची घटना घटना

जापान में एक व्यक्ति अपने मकान का नवीकरण कर रहा था इसी दौरान वह एक दीवार को तोड़ रहा था उसने लकड़ी पर एक छिपकली को देखा बाहर से उसके पैर पर ठुकी कील की वजह से वह एक जगह पर जमी हुई थी। यह देखकर उस व्यक्ति को छिपकली पर काफी दिया आई जब उसने आगे जांच की तो हो यह कील उसने लगभग चार-पांच साल पहले मकान बनाते वक्त तो की थी उसने ध्यान से देखा तो छिपकली जीवन थी चार-पांच वर्ष एक छिपकली इस हालत में जीवित कैसे रह सकती है। यह अविश्वसनीय असंभव और चौकाने वाला दृश्य था। यह बात उसकी समझ से परे थी कि चार-पांच वर्ष एक छिपकली इस सिथिर हालत में बिना हिले डुले जीवित कैसे रह सकती है। उस व्यक्ति ने कुछ देर इंतजार किया तभी देखा की एक छिपकली मुंह में खाना लेकर दूसरी छिपकली को खिला रही है पिछले चार-पांच वर्ष से यह छिपकली उसको खाना खिला कर जीवित रखे हुए हैं । हम इंसान अपने आप को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं हमें बुद्धि है लेकिन ऐसा कार्य करने में हम सक्षम नहीं है अपनों पर मुसीबत पड़ने पर हम अक्सर उसका साथ छोड़ देते हैं अपने प्रिय जनों का साथ कभी ना छोड़ें बुरे समय में हमेशा उनका साथ दें जब एक छिपकली कर सकती है तो हम इंसान क्यों नहीं???????????

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